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श्रीदूधेश्वर नाथ गणपति लड्डू महोत्सव 2021 चतुर्थ दिवस भगवान श्री गणेश का गजकर्ण स्वरूप का पूजन

जय दूधेश्वर महादेव      

!!श्रीदूधेश्वर नाथ गणपति लड्डू महोत्सव 2021 चतुर्थ दिवस भगवान श्री गणेश का गजकर्ण स्वरूप का पूजन !! गजकर्ण- गणेशजी का चौथा नाम गजकर्ण है। हाथी का कान सूप जैसा मोटा होता है। गणेशजी को बुद्धि का अनुष्ठाता देव माना गया है।

गणपति का पूजन:-

किसी भी शुभ कार्य से पूर्व गणपति का पूजन भारतीय परंपरा की विशिष्टता है। गणपति को विघ्नेश्वर, एकदंत, गजानन, गणनायक, गणाधिपति, गणाध्यक्ष तथा लंबोदर इत्यादि अनेकानेक नामों से पूजा जाता है। प्रत्येक मांगलिक कार्य तथा विधि-विधान उन्हीं के पावन स्मरण, आह्वान तथा पूजा-अर्चना से शुरू होता है।

श्री गणेश का गजकर्ण स्वरूप का पूजन:-

श्री गणेश जी का एक नाम ‘गजकर्ण ‘ भी है. अंग विज्ञान के अनुसार लंबे कान वाले व्यक्ति भाग्यशाली और दीर्घायु होते हैं. गणेश जी के कान सूप की तरह हैं और सूप का स्वभाव है कि वह सार-सार को ग्रहण कर लेता है और कूड़ा करकट को उड़ा देता है. मतलब आपको सभी की बात सुननी चाहिए और मतलब की चीजें ग्रहण करनी चाहिए. बाकी सब कुछ मन से निकाल दें.

दूधेश्वर नाथ गणपति लड्डू महोत्सव 2021:-

आज दूधेश्वर नाथ गणपति लड्डू महोत्सव 2021 चतुर्थ दिवस का पूजन दूधेश्वर नाथ मंदिर में महाराज श्री द्वारा संपन्न हुआ गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक दूधेश्वर नाथ मंदिर में प्रतिदिन 1100.लड्डू का भोग लगाया जा रहा है भगवान गणेश जी को साथ में ही प्रतिदिन गणेश सहस्त्रनाम से भगवान की 1000 नामों से रोज उनका पूजन किया जा रहा है गणपति अथर्वशीर्ष गणेश स्तुति गणेश चालीसा गणेश जी का संपूर्ण पूजन प्रतिदिन 7:00 से 9:00 तक 10:00 से 11:00 तक शाम को 4:00 बजे से 6:00 बजे तक 18 सितम्बर तक यह पूजन चलने वाला है और 19 सितम्बर को भगवान श्री गणेश जी का विसर्जन किया जाएगा.

2021 गणेश महोत्सव सूक्ष्म रूप से दूधेश्वर नाथ मंदिर में कोरोना की गाइडलाइंस का पालन करते हुए मनाया जा रहा है इसके साथ संपूर्ण व्यवस्था और पूर्ण सहयोग धर्मपाल गर्ग जी अध्यक्ष मंदिर विकास समिति व्यवस्था श्रृंगार विजय मित्तल जी दूधेश्वर नाथ श्रृंगार सेवा समिति के द्वारा किया जा रहा है दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के आचार्य और विद्यार्थियों द्वारा  प्रतिदिन भगवान का पूजन किया जा रहा हैआज महाराज श्री ने अभिषेक करके ,लड्डू व दूर्वा से नाम अर्चन किया ,धूप आरती दीप आरती हुई पुष्पांजलि अर्पित करके पूजन सम्पन्न हु आ.
          हर हर महादेव

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