महाराजश्री ने कहा, श्री कल्कि धाम मंदिर अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही पूरे विश्व का प्रमुख धार्मिक और आध्यात्मिक केंद्र बनेगा
धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया, मंदिर में 68 तीर्थो की स्थापना होगी
मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी है
संभल
भारत के इतिहास में राम मंदिर के बाद एक और भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। यह मंदिर संभल जिले का श्री कल्कि धाम मंदिर है, जिसकी आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी है और शिला का पूजन शारदा पीठ द्वारका के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज ने किया था। सोमवार को नवरात्र पर्व के पहले दिन श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने मंदिर के पक्के निर्माण कार्यों का शुभारभ किया। महाराजश्री इस अवसर पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में रामपुर के विधायक आकाश सक्सेना और द उदयपुर फाइल्स फिल्म के लेखक अमित जानी रहे। अध्यक्षता कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने की। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि यह मंदिर अपने आप में बहुत अनोखा है क्योंकि भगवान विष्णु के उन 10 वें अवतार कल्कि का धाम है जिनका अभी तक अवतरण भी नहीं हुआ है। पौराणिक मान्यतानुसार जब कलियुग अपनी चरम सीमा पर होगा, तो भगवान कल्कि अवतरित होकर धरती को पाप मुक्त कर देंगे। इस कारण से श्री कल्कि धाम मंदिर का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।






श्री कल्कि धाम मंदिर:-
राम मंदिर की भव्यता देखकर भक्त अंदाजा लगा रहे हैं, कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में बनने वाले श्री कल्कि धाम मंदिर की भव्यता और सौन्दर्य भी अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही होगा और यह मंदिर भारत ही नहीं पूरे विश्व का प्रमुख धार्मिक आध्यात्मिक और भारतीय संस्कृति परंपरा और विरासत का केंद्र बनेगा। विश्व भर से लोग यहां पूजा अर्चना के लिए आयेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर की आधारशिला रखे जाने और शिला का पूजन शारदा पीठ द्वारका के वर्तमान शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज द्वारा किए जाने से मंदिर के निर्माण से पहले ही इसकी पूरे विश्व में चर्चा हो रही है।


पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि:-
मंदिर के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि:- श्री कल्कि धाम मंदिर गुलाबी रंग की छटा बिखेरता हुआ नजर आएगा। कल्कि धाम मंदिर का निर्माण गुलाबी पत्थरों से किया जाएगा। इन गुलाबी पत्थरों को राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित बंशी पहाड़पुर से लाया जाएगा। गुजरात के सोमनाथ मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण भी इन्हीं पत्थरों से किया गया है। इस मंदिर का निर्माण 11 फीट ऊंचे चबूतरे पर होगा और इसके शिखर की ऊंचाई 108 फीट रखी जाएगी। इस मंदिर में 68 तीर्थों की स्थापना होगी। भगवान विष्णु के 10 अवतारों के लिए दस अलग-अलग गर्भगृह बनाए जाएंगे। श्री कल्कि धाम मंदिर का परिसर पांच एकड़ में बनकर तैयार होगा। इस भव्य मंदिर को बनाने में पांच वर्ष तक का समय लगेगा। माना जा रहा है कि इस मंदिर की भव्यता अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही होगी।