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श्रीमहंत रामानंद पुरी के आकस्मिक निधन से देश भर में शौक की लहर श्रीमहंत रामानंद पुरी उच्च शिक्षित तथा अत्यंत दूर दृष्टि वाले महापुरुष संत थे

श्रीमहंत हरि गिरि महाराज श्रीमहंत रामानंद पुरी शिक्षा के महत्व को समझते थेः श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज श्रीमहंत रामानंद पुरी के निधन से हुई क्षति की पूर्ति कर पाना संभव नहीं हैः श्रीमहंत नारायण गिरि अयोध्याः निरंजनी अखाड़े के पूर्व राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत रामानंद पुरी के आकस्मिक निधन से समस्त अखाड़ों व संत समाज में शोक की लहर दौड गई। देश के सभी संतों व धर्म प्रेमियों ने उनके निधन पर शौक व्यक्त किया और उनके निधन को धर्म जगत की अपूरणीय क्षति बतााया। श्री पंचदशत नाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने कहा की ब्रह्मलीन श्रीमहंत रामानंद पुरी उच्च शिक्षित तथा अत्यंत दूर दृष्टि वाले महापुरुष संत थे।

वे जीवन में शिक्षा के महत्व को समझते थे इसलिए उन्होंने भावी पीढ़ी को शिक्षित करने के लिए उच्च शिक्षण संस्थान श्री रामानंद इंस्टीट्यूट की स्थापना की थी जो कि आज उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में सर्वोपरि है। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि निरंजनी अखाड़े के पूर्व राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत रामानंद पुरी ने आध्यात्म की जो ज्योत जलाई और हिंदू व सनातन संस्कृति का परचम पूरे विश्व में फहाराया, उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा। उनका जीवन हमेशा लोगों को प्रेरित करता रहेगा। उनका इस प्रकार आकस्मिक रूप से ब्रहमलीन होना धर्म जगत की ऐसी क्षति है, जिसकी पूर्ति कर पाना संभव नहीं है।

श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने ब्रह्मलीन श्रीमहंत रामानंद पुरी महाराज की आत्मा की शांति के लिए जूना अखाड़ा हरिद्वार में श्री आनंद भैरव, माया देवी मंदिर, मौज गिरी मंदिर प्रयागराज, नील गंगा उज्जैन, भावनाथ मंदिर जूनागढ़ गुजरात, त्रयंबकेश्वर दत्त अखाड़ा नासिक, बनखंडी नाथ मंदिर बरेली सहित पूरे देश में स्थित जूना अखाड़े के समस्त मठ मंदिरों व आश्रमों में विशेष पूजा अर्चना व शांति पाठ आयोजित किए जाने के निर्देश दिए हैं । अयोध्या में श्री अवध दत्त मंदिर जूना अखाड़ा रामपुरी तुलसी घाट पर श्रीमंत हरी गिरी के संयोजन में पवित्र नदी सरयू के पावन तट पर नागा सन्यासियों, साधु संतों व श्रद्धालु जनों ने ब्रह्मलीन श्रीमहंत रामानंद पुरी जी को श्रद्धांजलि दी । श्री अवध दत्त मंदिर में शांति हवन तथा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में हिमालय पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद गिरि महाराज, गोकर्ण पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर कपिल पुरी जी महाराज, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमहंत कैदारपुरी, राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी, श्रीमहंत मनोजगिरी, थानापति आदित्य गिरी, थानापति शनि भारती, महंत साधना गिरी, महंत आशुतोष गिरी, वि़द्यानंद सरस्वती महाराज उपाध्यक्ष टाटा नगर, गोपाल रावत आदि शामिल थे।

2 Comments

  • Mahant Avadhu Jaygiri giri
    January 18, 2024

    Om namo narayana ji
    Guru chrno me koti koti naman

  • Mahant Avadhu Jaygiri giri
    January 18, 2024

    Om shanti
    Guru chrno me koti koti nman

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