नई दिल्लीः
वरिष्ठ समाज सेवी व केरोना काल में मानव सेवा की मिसाल कायम करने वाले चरणजीत मल्होत्रा की माता विमला मल्होत्रा की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करोल बाग में किया गया। श्रद्धांजलि सभा में बडी संख्या में संत भी शामिल हुए और विमला मल्होत्रा को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि विमला मल्होत्रा धार्मिक विचारों की थी और धर्म में पूरी तरह से आस्था रखती थीं।
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वे धर्म के साथ समाज सेवा के लिए भी पूरी तरह से समर्पित थीं और उन्होंने अपने बच्चों को भी शुरू से ही अच्छे संस्कार दिए और धर्म व समाजसेवा के कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उनके बताए मार्ग पर चलते हुए हुए चरणजीत मल्होत्रा ने खुद को समाजसेवा के लिए समर्पित कर रखा है। कोरोना जैसी महामारी के दौरान जब अपने भी साथ छोड गए तब चररणजीत मल्होत्रा ने अपनी माता विमला मल्होत्रा की प्रेरणा से अपनी जान की परवाह ना करते हुए सेवा की जो मिसाल कायम की, उससे आज हजारों लोग प्रेरणा ले रहे हैं। महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज, महामंडलेश्वर कंचन गिरि महाराज, दिल्ली संत महामंडल की पूर्व अध्यक्ष महामंडलेश्वर साध्वी विद्यानंद गिरि, श्रीमहंत धीरेंद्र पुरी महाराज आदि संतों ने भी चरणजीत मल्होत्रा की माता विमला मल्होत्रा को श्रद्धांजलि अर्पित की।