देश भर से आए संतों ने सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति की पताका पूरे विश्व में फहराकर भारत को पुनः विश्व गुरू बनाने की सिंह गर्जना की
नई दिल्ली:
दिल्ली संत महामंडल का रजत जयंती समारोह गुरूवार को विश्व प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। समारोह में देश भर से आए संतों ने सनातन धर्म व देश को मजबूत करने का संकल्प लिया। सनातन बोर्ड के गठन हेतु विशेष अभियान चलाने का निर्णय भी लिया गया। दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्षए श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वरए श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की अध्यक्षता में हुए समारोह में महामंडलेश्वर स्वामी राघवानन्द महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर धर्म देव महाराज, विश्व प्रसिद्ध भागवत कथा व्यास आचार्य देवकी नंदन ठाकुर, विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू आचार्य सुधांशु महाराज, कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम, लोकेश मुनि महाराजए महामंडलेश्व नवल किशोर दास महाराज, महामंडलेश्वर कंचन गिरि महाराज, महंत धीरेंद्र पुरी महाराज, महंत गिरीशानंद गिरि महाराज, आनंदेश्वरानंद गिरि महाराज मोती बाग दिल्ली, महंत कमल गिरि महाराज,थानापति धर्मेंद्र गिरि महाराज, केन्द्रीय राज्य मन्त्री सड़क परिवहन एवं कॉरपोरेट मन्त्रालय हर्ष मल्होत्रा, सांसद मनोज तिवारी समेत सैकडों संतों ने सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति की पताका पूरे विश्व में फहराकर भारत को पुनः विश्व गुरू बनाने की सिंह गर्जना की।
25 वर्ष पूर्व दिल्ली संत महामंडल की स्थापना:-
महामंडलेश्वर स्वामी राघवानन्द महाराज ने कहा कि 25 वर्ष पूर्व दिल्ली संत महामंडल की स्थापना ही सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति, मठ-मंदिरो व साधु-संतों की रक्षा के उददेश्य से की गई थी। संगठन लोगों में धार्मिक चेतना जगाने में सफल रहा है। उसी के चलते दिल्ली.एनसीआर में ऐसे सैकडों मठ.मंदिरों की रक्षा हो सकी, जिन्हें अवैध बताकर ध्वस्त कराने का षडयंत्र किया जा रहा था। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानद गिरी महाराज ने कहा कि मानवता व विश्व के कल्याण के लिए सनातन धर्म का मजबूत होना बेहद जरूरी है। सनातन धर्म को सिर्फ संत ही मजबूत कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें एकजुट होना पडेगा। संतों को एकजुट कर सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए दिल्ली संत महामंडल द्वारा किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। महामंडलेश्वर धर्म देव महाराज ने कहा कि आज देश ही नहीं पूरे विश्व में जो माहौल है और देशों में आपस में युद्ध चल रहे हैं व सनातन धर्म को भी निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में संतों को एकजुट होकर आगे आने की जरूरत है। संत ही पूरे विश्व का सही मार्गदर्शन कर सकते हैं और वसुधैव कुटुम्बकम की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं।
विश्व प्रसिद्ध भागवत कथा व्यास आचार्य देवकी नंदन ठाकुर ने कहा :-कि आज सनातन धर्म केा जिस प्रकार निशाना बनाया जा रहा है और उसे कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा हैए उसे देखते हुए सनातन बोर्ड का गठन होना जरूरी हो गया है। सभी मठ-मंदिरों की देखरेख की व्यवस्था संतों को दी जानी चाहिए। इससे जहां बच्चों को शुरू से ही अच्छेे संस्कार मिलेंगे, वहीं लोगों में भी धार्मिक चेतना आएगी और सनातन धर्म मजबूत होगा तथा भारत फिर से विश्व गुरू बनेगा।
विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू आचार्य सुधांशु महाराज ने कहा कि: सनातन धर्म ही एकमात्र ऐसा धर्म है, जो वसुधैव कुटुम्बकम यानि पूरे विश्व को ही परिवार मानने में विश्वास रखता है। हम अपनी नहीं वरन पूरे विश्व के कल्याण की कामना करते हैं। आज जो लोग सनातन धर्म को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं, वे यह जान लें कि धर्म को ना तो कमजोर किया जा सकता है और ना ही मिटाया जा सकता है। धर्म आदि हैए अनंत है। अतः सनातन धर्म को कमजोर करने के सभी प्रयास विफल होगे।
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि: आज समय आ गया है कि धर्म की रक्षा के लिए संत एक बार फिर आगे आएं। समाज, देश व विश्व में जब भी परिवर्तन आया, वह संतों की वजह से ही आया। आज पूरे विश्व पर विनाश के जो बादल मंडरा रहे हैं, वे संतों के आगे आते ही अपने आप छंट जाएंगे। सनातन सर्म के खिलाफ जो षडयंत्र रचे जा रहे हैं, उन्हें संत ही विफल कर सकते हैं। अतः संतों को एकजुट होने की जरूरत है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर, काशी-विश्वनाथ मंदिर व हरिहर मंदिर संभल को लेकर प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया, जिसे संगठन के अध्यक्ष समेत समस्त साधु समाज ने सर्वसम्मति से पास किया।
लोकेश मुनि महाराज ने कहा कि आज विश्व में हिंसा का माहौल है, उसका समाधान हम अपनी मानसिकता को बदलकर ही कर सकते हैं। विश्व को इंजीनियरए डॉक्टरए वकील से पहले अच्छे इंसान की जरूरत है। अच्छे इंसान बनाने के लिए शांति शिक्षा की जरूरत है। दिल्ली संत महामंडल इस दिशा में जो प्रयास कर रहा है, वह सराहनीय है।
दिल्ली संत महांडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि सनातन धर्म तो सनातन है। जो सदा रहता है, वह सनातन धर्म ही है। आज तक सनातन धर्म पर ना जाने कितने आक्रमण हुएए मगर वह पहले भी अधिक मजबूत होकर सामने आया। सनातन धर्म ही मानवता व विश्व का कल्याण कर सकता है। इसी कारण आज पूरे विश्व में सनातन धर्म का प्रभाव बढ रहा हैए जो विर्धमियों से सहन नहीं हो रहा है और वे इसके खिलाफ षडयंत्र रचकर देश को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। सनातन बोर्ड ऐसे षडयंत्रों का जवाब होगा और षडयंत्रों को विफल करेगा, अतः सनातन बोर्ड के गठन में दिल्ली संत महामंडल पूरा सहयोग करेगा। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि पूरे दिल्ली.एनसीआर में कहीं भी ऐसी जगह नहीं है, जहां निरंतर भ्रमण करते रहने वाले संतों के ब्रहमलीन होने पर समाधि दी जा सके। अतः सरकार को दिल्ली.एनसीआर में यमुना किनारे संतों की समाधि के लिए जगह उपलब्घ करानी चाहिए। साथ ही लोगों से अपील की कि भगवान की मूर्तियों व चित्रों को मंदिरों या वृक्ष के नीचे कहीं भी रखकर उनका अपमान ना करें। उनका ठीक प्रकार से विजर्सन करें।
मुनिवत्सल स्वामी महाराज ने कहा कि आज जो स्थिति हैए उसमें पूरा विश्व को भात के संतों से ही उम्मीदें हैं। अतः विश्व कल्याण के लिए संतों को आगे आना होगा, तभी एक बार पुनः धर्म की स्थापना हो सकेगी।
महामंडलेश्वर संगठन के महामंत्री नवल किशोर दास महाराज ने कहा कि आज हमारे समाज में जो माहौल हैए उसका कारण हमारा अपनी गौरवमयी संस्कृति को भूला देना है। अपनी गुरूकुलीय शिक्षा पद्धति को अपनाकर ही हम धर्म व न्याय की स्थापना कर सकते हैं। दिल्ली संत महामंडल बच्चों को मूल्य आधारित शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए मठ-मंदिरों में गुरूकुलों की स्थापना करा रहा है और अपनी गौरवमयी संस्कृति को पुनः विश्व में सर्वोच्च स्थान पर स्थापित करने के हर संभव प्रयासकर रहा है। दिल्ली संत महामंडल के संगठन मंत्री महामंडलेश्वर कंचन गिरि महाराज ने बताया कि दिल्ली संत महामंडल दिल्ली.एनसीआर ही नहीं पूरे देश में बच्चों को नैतिक मूल्य आधारित शिक्षा उपलब्घ कराने का अभियान चलाएगा। आज दिल्ली.एनसीआर में प्रदूषण के कारण सांस लेना दूभर हो गया है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें पौधरोपण के साथ उनके संरक्षण के लिए प्रेेरित करेगा। कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज ने बताया कि दिल्ली संत महामंडल जरूरत मेधावी बच्चों को शिक्षा, स्टेशनरी, निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह, गरीब लोगों को अन्न, भोजन, चिकित्सा आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ बीमार लाचार गौमाता के इलाज आदि की व्यवस्था भी करेगा। साथ ही संगठन के विस्तार के लिए अभियान भी शुरू करेगा। समारोह में दिल्ली संत महामंडल द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका ब्रहम संसार का विमोचन भी किया गया। पत्रिका के संपादक यथार्थ शर्मा, सह संपादक अशोक कौशिक व विकास बंसल हैं। समारोह का शुभारंभ श्री दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के आचार्य तोयराज उपाध्याय, आचार्य नित्यानंद, आचार्य रोहित त्रिपाठी, अभिषेक पांडेय, यश दीक्षित, सुधांशु पांडेय, धरणीधर मिश्रा व विद्यार्थियों ने चारों वेदों के स्वास्ति वाचन व पाठ से प्रातः 9 बजे किया। समारोह 2 बजे तक चला जिसमें देश भर से 500 से अधिक संत शामिल हुए। कपिल त्यागी ने सभी संतों का सम्मान किया। एक नई एंबुलेंस चिकित्सा हेतु महाकुंभ मेला प्रयागराज में साधु संत भक्तों की सेवा हेतु एक एंबुलेंस गाड़ी का दिल्ली संत महामण्डल ने आज रवाना किया पहले से ही एक एंबुलेंस चल रही है दिल्ली में दो एंबुलेंस एक गाय के चिकित्सा हेतु एम्बुलेंस तीन वाहन दिल्ली संत महामण्ड चलते हैं सनातन धर्म की सेवा के लिए चलाए जा रहे हैं