महाराजश्री चैन्नई में आयोजित वन्निया कुला क्षत्रियों के प्रथम आध्यात्मिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए
महाराजश्री से आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की लगी रही भीड
चैन्नईः
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज तमिलनाडु की तीन दिवसीय धर्म यात्रा के दूसरे दिन रविवार को रेडियल रोड पल्लवारम स्थित अरूल मुरगन टॉवर में आयोजित वन्निया कुला क्षत्रियों के प्रथम आध्यात्मिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। महाराजश्री का तमिलनाडु के विभिन्न शहरों से आए श्रद्धालुओं ने जोरदार स्वागत किया। सम्मेलन के आयोजक श्री हरि संब आध्यात्मिक महासभा उत्सवकर्ता के पदाधिकारियों ने शॉल ओढाकर, माला पहनाकर व स्मृति चिंह देकर अभिनंदन किया और पूरे विश्व में सनातन हिंदू धर्म की पताका फहराने के लिए आभार व्यक्त किया।
श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि वन्निया कुला क्षत्रियों ने सनातन धर्म को मजबूत करने के साथ पूरे विश्व में उसका प्रसार-प्रचार करने का जो बीडा उठा रखा है, वह बहुत ही सराहनीय, वंदनीय है। आज पूरे विश्व के लोग सनातन धर्म से प्रभावित हो रहे हैं और उसमें वन्निया कुला के क्षत्रिय अहम कदम उठा रहे हैं। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि दक्षिण भारत ने जिस तरह से हमारी भारतीय संस्कृति को संरक्षित किया है, वह निश्चित रूप से प्रशंसनीय है। दक्षिण भारत हमारे देश का ऐसा सांस्कृतिक किला है, जिसने हमारी संस्कृति को बचाने का कार्य किया है।
दक्षिण भारत भारतीय संस्कृति का सुरक्षित घर है। धर्म, आध्यात्म व भक्ति की यहां जिस प्रकार ज्योत जल रही है, उससे प्रेरणा लेकर ही सनातन धर्म को मजबूत किया जा सकता है। श्री शिवज्ञान बलाया स्वामी, शिवदामोदरन सर, शिवनटश्राजन स्वामी, लक्ष्मण स्वामी, श्री श्री श्री प्रणव नंदपुरी महास्वामी, महानंद स्वामी, श्री योगी रूद्रानंद संभव राय आदि भी मौजूद रहे। सम्मेलन गणेश पूजन के साथ शुरू हुआ। शुभकामना गीत के आद श्रीमहंत नारायण गिरि व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर सम्मेलन का शुभांरभ किया। फिल्मलांच के बाद आध्यात्मिक बुजुर्गो का सम्मान हुआ।
संतों ने आशीवर्चन दिए। शाही वंशजों का सम्मान किया गया और वन्नियाए ए तमिलनाडु शाश्वत्रिया पुस्तक का विमोचन हुआ। हिस्टोरियंसएन्कलेव का आयोजन हुआ व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समाज को मजबूत करने का आहवान किया। समाज को मजबूत करने व धर्म की रक्षा करने का संकल्प लिया गया। स्वामी श्री रूद्रवन्नयार की प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।