श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के आशीर्वाद से अस्थियों का विसर्जन ब्रह्मकुंड, हर की पौड़ी पर हुआ।
हरिद्वारः
श्री दादा दरबार सिद्धनाथ महादेव के परम भक्त व श्री गुरु नेपाली दादाजी के कृपापात्र मंगल सिंह सांखला का निधन 7 अक्टूबर को हो गया था। बुधवार को जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के आशीर्वाद से उनकी अस्थियों का विसर्जन ब्रह्मकुंड हर की पौड़ी पर किया गया।
उनकी अस्थियों का विसर्जन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ मठ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता एवं दिल्ली संत मंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज, जूना अखाड़ा के मंत्री श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज, मंत्री गिरिशानंद गिरि महाराज, आचार्य अजय दाधीच, आचार्य किशन शर्मा, तथा मंगल सिंह सांखला के पुत्र हरि सिंह सांखला ने बड़ी संख्या में भक्तों की मौजूदगी में किया।







श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि:-
श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि मंगल सिंह सांखला ऐसी पवित्र आत्मा थे, जिनका पूरा जीवन भगवत्-भक्ति को समर्पित रहा। वे हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि उनका जीवन सभी के लिए एक मिसाल है। मंगल सिंह सांखला का पूरा जीवन श्री दादा दरबार सिद्धनाथ महादेव व संतों की सेवा के लिए समर्पित रहा। उन्होंने जो कार्य किए, वे उनकी स्मृति को सदैव बनाए रखेंगे।

मंगल सिंह सांखला ने अनेक बार गाजियाबाद आकर भगवान दूधेश्वर के दर्शन किए और उनका अभिषेक किया। जूना अखाड़ा के मंत्री श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज, गिरिशानंद गिरि महाराज, आचार्य अजय दाधीच एवं आचार्य किशन शर्मा ने कहा कि मंगल सिंह सांखला ने सेवा के जो कार्य किए, उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।मां गंगा उन्हें अपनी पावन सन्निधि प्रदान करें।