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ब्रहमलीन राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज का सम्पूर्ण जीवन धर्म, समाज व देश सेवा के लिए समर्पित रहाः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

महाराजश्री ने कहा, ब्रहमलीन राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज ने अयोध्या के राम मंदिर आंदोलन को जन-जन का आंदोलन बना दिया
गाजियाबादः विश्व हिंदू महासंघ उत्तर प्रदेश गाजियाबाद द्वारा सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ मठ महादेव मंदिर में ब्रहमलीन राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज की 11वीं जयंती रविवार को मनाई गई। मुख्य अतिथि के रूप में श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर के पीठाधीश्वर, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज रहे। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि ब्रहमलीन राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज और उनके गुरू ब्रहमलीन युगपुरुष महंत दिग्विजयनाथ महाराज का संपूर्ण जीवन देश और धर्म के लिए समर्पित रहा। गोरखनाथ मंदिर के वर्तमान पीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अपने गुरू व दादा गुरू के बताए मार्ग पर चलते हुए धर्म, समाज व देश की सेवा के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। महंत अवैद्यनाथ महाराज का सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ मठ महादेव मंदिर से बहुत प्रेम रहा है और मुझ पर भी उनकी विशेष कृपा रहती थी। वर्ष 1980 से ही वे मंदिर में आते रहे। देश में सामाजिक समरसता के लिए उनका योगदान कभी नहीं भुलाया जाएगा। गाजियाबाद में भी उन्होंने वाल्मीकि जयंती पर समरसता का कार्यक्रम कर गाजियाबाद में समरसता को मजबूत किया। ब्रहमलीन राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज के गुरू ब्रहमलीन युगपुरुष महंत दिग्विजयनाथ महाराज ने ही वर्ष 1950 में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान राम को प्रकट किया था।

महंत अवैद्यनाथ महाराज:-

वर्ष 1980 में महंत अवैद्यनाथ महाराज ने जब मंदिर का ताला खोला था तो उस समय वे भी वहीं थे। उन्होंने मंदिर के निर्माण कार्य का जब शिलान्यास कराया तो इसके लिए वंचित समाज के व्यक्ति को चुना और यह संदेश दिया कि सनातन धर्म में कोई भी छोटा-बड़ा नहीं है। हम सब उन भगवान राम की संतान हैं, जो हम सबके रोम-रोम व कण-कण में व्याप्त हैं। यह भी भगवान राम की कृपा ही है कि ब्रहमलीन राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज के गुरू ब्रहमलीन युगपुरुष महंत दिग्विजयनाथ महाराज ने भगवान राम को जन्मभूमि पर प्रकट कर मंदिर आंदोलन की शुरुआत की और उसे ब्रहमलीन राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज ने जन-जन का आंदोलन बना दिया और उनके शिष्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वहां पर 500 वर्ष के संघर्ष के बाद ऐसा भव्य व दिव्य मंदिर का निर्माण कराया, जो आध्यात्मिक, भक्ति, भारतीय संस्कृति, परंपरा व विरासत का विश्व का सबसे प्रमुख केंद्र बन चुका है। युगपुरुष महंत दिग्विजयनाथ महाराज ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी योगदान दिया।

उनके प्रयास से स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद आज विश्वविद्यालय तथा चार दर्जन से अधिक प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से राष्ट्र और समाज की सेवा कर रही है। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक, विश्व हिंदू महासंघ उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रदेव सिंह ने कहा कि राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज का जीवन भारतीयता, सामाजिक जीवन मूल्यों और राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित रहा। जिलाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ ने संपूर्ण विश्व के हिंदुओं को राम जन्मभूमि आंदोलन से जोड़ा और इसे जन-जन का आंदोलन बना दिया और आज उनके प्रयासों से अयोध्या में भव्य राम मंदिर स्थापित हो चुका है। महानगर अध्यक्ष मनोज नागर ने कहा कि राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ महाराज जैसे सच्चे संत ही समाज, देश व विश्व का मार्गदर्शन कर मानवता का कल्याण कर सकते हैं। कपिल शर्मा, सुखपाल यादव, नरेंद्र सिंह मास्टर, पंकज वालिया, नीरज शर्मा आदि भी मौजूद रहे।

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