बी.एस.ए. कॉलेज, मथुरा में मकर संक्रान्ति के अवसर पर कोरोना महामारी उन्मूंलन एवं राष्ट्र कल्याण हेतु सूर्यापासना महोत्सव दिनांक दिनांक 15.01.2022 से 18.01.2022 तक सम्पन्न हुआ तथा दिनांक 19.01.2022 को महामृत्युंजय अनुष्ठान यज्ञ का शुभारम्भ परमपूज्य संत श्री हरिगिरि जी महाराज, महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं अन्तर्राष्ट्रीय संरक्षक जूना अखाड़ा एवं श्री नारायण गिरि जी महाराज, महामण्डलेश्वर के कर कमलों द्वारा किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ॰ ललित मोहन शर्मा जी के द्वारा परमपूज्य संत श्री हरिगिरि जी का माल्यार्पण कर एवं पटुका पहनाकर मंत्रोच्चारण विधि-विधान से सम्मान करते हुए गुरु-शिष्य की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु को शिष्य के प्रति एवं शिष्य को गुरु के प्रति आशावान होना आवश्यक है। गुरु की शिक्षा एवं दीक्षा के बिना शिक्षा का महत्व अधूरा है। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में शिक्षा, अनुशासन, साफ-सफाई एवं खेल-कूद सभी पर विशेष जोर दिया और कहा कि ये सभी परस्पर एक दूसरे से पूरक हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए इन सभी का अपना-अपना महत्व होता है।
उन्होंने कोरोना उन्मंूलन के समूल पतन हेतु यज्ञ एवं अनुष्ठान पर विशेष जोर दिया। श्री हरिगिरि जी महाराज ने अपने आर्शीवचनों में महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा करायी जा रही प्रगति को देखकर सभी को पूर्ण लगन, सत्यनिष्ठा एवं ईमानदारी के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि ईमानदारी, जप, तप एवं दान ही सफलता की कुँजी है। श्री हरिगिरि जी महाराज महाविद्यालय का भ्रमण कर महाविद्यालय में चहँुमुखी सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं को देखकर काफी हर्षित हुए और प्राचार्य महोदय को निरन्तर महाविद्यालय में विकास करते रहने के लिए प्रेरित किया। पीपल वाला अखाड़ा के पहलवानों ने भी श्री महाराज जी का पटुका पहनाकर, फरसा एवं तस्वीर भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ॰ बी॰के॰ गोस्वामी द्वारा किया गया।अनुष्ठान यज्ञ में महाविद्यालय के शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने महामृत्युंजय यज्ञ में कोरोना उन्मूंलन एवं राष्ट्र कल्याण हेतु आहूती दीं। इस अवसर पर डॉ॰ एस.के. कटारिया, डॉ॰ विद्योत्तमा, डॉ॰ प्रवीन शर्मा, डॉ॰ खुशवन्त सिंह, डॉ॰ रवीश शर्मा, डॉ॰ जसवन्त सिंह, डॉ॰ विजय शर्मा, डॉ॰ शिफाली भार्गव, डॉ॰ मुकेश चन्द्र, डॉ॰ यू॰के॰ त्रिपाठी, श्री चन्द्रेश अग्रवाल, डॉ॰ बृजेश बंसल, डॉ॰ चंचल शर्मा, श्री पंकज कुमार पाठक, श्री शैलेश मिश्रा, श्री अखिलेश पालीवाल जी, श्री राजावत जी, श्री सुशील सारस्वत जी, श्री राकेश कुमार शर्मा, श्री रामकुमार शर्मा, श्री राधाबल्लभ, श्री गीतम सिंह, श्री पवन कुमार, श्री अमित कुमार आदि उपस्थित थे।