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अमेरिका धर्म यात्रा में उमिया माता मंदिर मेकॉन सिटी जॉर्जिया अमेरिकास्मोकी माउंटेन, नॉर्थ कैरोलिना, टेनेसी, अटलांटा अमेरिका में पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी

जय दूधेश्वर नाथ महादेव
।।26 दिवसीय धार्मिक अमेरिका यात्रा।।
अमेरिका धर्म यात्रा में उमिया माता मंदिर मेकॉन सिटी जॉर्जिया अमेरिकास्मोकी माउंटेन, नॉर्थ कैरोलिना, टेनेसी, अटलांटा अमेरिका में पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली एन सी आर सन्त महामण्डल दिल्ली का उमिया माता मन्दिर ट्रस्ट के द्वारा के अध्यक्ष कांजीभाई पटेल जी , पुजारी सूरजभाई पटेल जी ने पूज्य गुरुदेव का स्वागत सम्मान किया.

गरबा का भव्य स्वागत किया, महाराज श्री के साथ स्वामी ओम जी महाराज लक्ष्मी नारायण मन्दिर अमेरिका, पंडित महेश वशिष्ठ जी बाबा लाल मन्दिर, विजय बाबा जी लंडन उपस्थित में जार्जिया में गिरि पंडित जी के निवास स्थान पर जाकर आशीर्वाद दिया,उनके परिवार जनों के साथ भोजन प्रसाद लिया ,उमिया माता मन्दिर (उमा माता )अमेरिका में उमिया माता के मन्दिरसंपादित करें2013 में जॉर्जिया के मैकॉन में कदवा पाटीदार समाज द्वारा उमिया माता का एक मंदिर बनाया गया था।


माँ उमिया का जन्म – दूसरा अवतार:-
यज्ञ चिता में कूदने से पहले, सती ने अगले जन्म में भी भगवान शिव से विवाह करने की कामना की थी। सती की मृत्यु के बाद भगवान शिव एक साधु बन गए। तारकासुर दैत्य दुनिया को आतंकित कर रहा था। उसे ब्रह्माजी से वरदान मिला था कि उसका वध शिव के पुत्र द्वारा ही किया जा सकता है। देवताओं ने भगवान शिव को पुनर्विवाह के लिए तैयार कर लिया। सती ने मैना और हिमालय के घर में दूसरा जन्म लिया और उन्हें पार्वती-उमा के नाम से जाना जाने लगा। बहुत कठिन तपस्या के बाद उनका विवाह शिव से हुआ। उनके पुत्र कार्तिक ने तारकासुर का वध किया।
एम उमिया – कुलदेवी माँ उमिया द्वारा पाटीदारों का जन्म
भगवान शिव उमा के साथ राक्षसों को मारने गए। वे उमा को सरस्वती के तट पर ले आए। उमा ने बावन मिट्टी की मूर्तियाँ बनाईं। भगवान शिव ने उनमें प्राण फूंक दिए। ये 52 लोग कड़वा पाटीदार समाज के महापुरुष बने। मां उमा  कड़वा पटेल भी कहा जाता है इनको पाटीदारों की कुलदेवी बनीं। उन्होंने उन्हें खुशी, समृद्धि, विकास का आशीर्वाद दिया और उनकी जरूरत के समय और जब भी वे उन्हें याद करते हैं, उन तक पहुंचने का वादा किया। भगवान शिव ने उमापुर में मां उमा की स्थापना की।
मां उमिया-अखंड रूप:-
मां उमिया के शरीर से इक्यावन शक्तिपीठ स्थापित हुए। दूसरे अवतार में शिव ने उंझा गुजरात में मेहसाना के पास  उंझा में मां का प्राचीन मंदिर है उमिया मां का गुजराती में उमिया मां कहते हैं हम लोग उमा माताजी के रूप में उन को मानते हैं में मां के मंदिर की स्थापना की, जो उनका अखंड अवतार है न कि शरीर के अंगों का शक्तिपीठ। यहां मन्नतें मांगने पर मनोकामना पूरी होती है। 51 शक्ति पीठ में यह माताजी का मंदिर है जॉर्जिया में पूरे गुजरात समाज मेहसाणा के पटेल लोग रहते हैं उन्होंने विशाल 35 एकड़ में अमेरिका में उमिया माता का मंदिर बनाया है अपने भारतीय संस्कृत से वह हमेशा जुड़े रहते हैं भारत महान है भारत धन्य है जहां हमारा जन्म हुआ.


     हर हर महादेव
विश्व संवाद सम्पर्क सचिवअमित कुमार शर्माश्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश

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