अच्छे संस्कार, धर्म का प्रसार व सामाजिक समरसता का आपस में बहुत ही गहरा सम्बंध हैः सुधांशु महाराज
सामाजिक एकता व समरसता से ही देश को मजबूत बनाया जा सकता हैः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज
आचार्य महामंडलेश्वर जून पीठाधीश्वर स्वामी श्री अवधेशानंद गिरी महाराज, की अध्यक्षता में विहिप की केंद्रीय मार्ग दर्शन मंडल की दो दिवसीय बैठक शुरू हुई
विश्व जागृति मिशन, आनंद धाम आश्रम बक्करवाला में आयोजित बैठक में देश के प्रमुख संत भाग ले रहे हैं
नई दिल्लीः
विश्व हिंदू परिषद की इंद्रप्रस्थ, मेरठ व जयपुर प्रांत की केंद्रीय मार्ग दर्शन मंडल की दो दिवसीय बैठक गुरूवार से शुरू हो गई। विश्व जागृति मिशन, आनंद धाम आश्रम बक्करवाला में आयोजित बैठक की अध्यक्षता आचार्य महामंडलेश्वर श्री अवधेशानंद गिरी महाराज ने की। बैठक में कुटुम्ब प्रबोधन यानि परिवार संस्कार, धर्म प्रसार व सामाजिक समरसता पर चर्चा की गई। आचार्य महामंडलेश्वर श्री अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि परिवार में सबसे मुश्किल कार्य बच्चों को अच्छे संस्कार देना है। अच्छे संस्कार के बिना सब सुख-सुविधाएं बेकार हैं। बच्चों का भविष्य अच्छा बनाना है तो उन्हें अच्छे संस्कार भी देने होंगे। सामाजिक समरसता पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता किसी भी देश सबसे महत्वपूर्ण होती है। राष्ट्रीय एकता जितनी मजबूत होगी, समाज व देश भी उतना ही मजबूत होगा। राष्ट्रीय एकता के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण सामाजिक समरसता है। आज हमारे देश व धर्म के खिलाफ जितने भी षडयंत्रहो रहे हैं, उन सभी को सामाजिक एकता और समरसता के बल पर ही विफल किया जा सकता है। यदि देश के लोगों के अंदर राष्ट्रीय एकता व समरसता होगी तो हम सभी समस्याओं का समाधान मिल-जुलकर कर सकेंगेे, जिससे ऐसे मजबूत समाज व भारत का निर्माण होगा, जो पुनः पूरे विश्व का मार्गदर्शन करेगा। विश्व जागृति मिशन, आनंद धाम आश्रम के संस्थापक सुधांशु महाराज ने कहा कि अच्छे संस्कार, धर्म का प्रसार व सामाजिक समरसता का आपस में बहुत ही गहरा सम्बंध है। परिवारों में संस्कार अच्छे होंगे तो लोग धर्म के रास्ते पर चलेगे और सामाजिक एकता व समरसता भी मजबूत होगी।
सामाजिक एकता व समरसता मजबूत होगी तो समाज व देश मजबूत होगा। परिवारों में अच्छे संस्कार हों, इसके लिए जरूरी है कि हमें बच्चों को बचपन से धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना होगा। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि आज सनातन धर्म व देश के खिलाफ तरह-तरह के षडयंत्र हो रहे हैं। इन सभी षडयंत्रों का एकमात्र जवाब सामाजिक एकता व समरसता ही है। जब तक हमारे अंदर अच्छे संस्कार रहे, हमने धर्म के मार्ग पर चलते उसका प्रसार किया व सामाजिक एकता-समरसता को मजबूत रखा तब तक हम विश्व गुरू रहे और सोने की चिडिया रहे। जब हमने संस्कारों से दूरी बनानी शुरू की और धर्म के मार्ग को छोडा तो सामाजिक एकता व समरसता भी कमजोर होती गई। इसी का नतीजा है कि आज देश को कमजोर करने के लिए षडयंत्र रचे जा रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद लोगों में अच्छे संस्कार पैदा करने, धर्म का प्रसार कर उसे मजबूत बनाने व सामाजिक एकता व समरसता के लिए सराहनीय प्रयास कर रहा है। ये प्रयास रंग भी ला रहे हैं और धीरे-धीरे ही सही समाज में जागरूकता आ रही है, मगर मंजिल अभी भी दूर है और मंजिल तक पहुंचने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। महाराजश्री ने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि परिवारों में अच्छे संस्कार हों। ऐसा तभी होगा, जब बच्चों को सुख-सुविधाएं उपलब्ध कराने पर नहीं उनके अंदर संस्कार पैदा करने पर ध्यान दें। जगदगुरू रामानंदाचार्य मलूक पीठाधश्वर राजेंद्र दास महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद महाराज, दिल्ली संत महामंडल के महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज, पूर्व अध्यक्ष महामंडलेश्वर साध्वी विद्यानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर स्वमी धर्मदेव महाराज पटौदी, स्वामी जितेंद्रनंद सरस्वती महाराज, महामंत्री अखिल भारतीय संत समिति, महंत तीर्थ गिरि महाराज राजस्थान, महंत रमण पुरी महाराज कैथल हरियाणा, विहिप के प्रातीय अध्यक्ष कपिल खन्ना, विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी, विहिप के प्रांत धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख दीपक गुप्ता व्यवस्था में मुन्ना तिवारी मनोज शास्त्री आदि भी मौजूद रहे।