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परमार्थम हनुमान मंदिर ट्रस्ट द्वारा श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता में तीन दिवसीय श्री हनुमान जन्मोत्सव का आयोजन किया गयाः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

महोत्सव में श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि महाराज समेत हजारों संत व भक्त शामिल हुए
महोत्सव का आयोजन श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज व संचालन महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज ने किया
दिल्लीः
परमार्थम हनुमान मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित तीन दिवसीय श्री हनुमान जन्मोत्सव जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता में हुआ। सुंदरकांड का पाठ हुआ। हवन में विश्व कल्याण की कामना से हजारों संतों व भक्तों ने आहुति दी। भगवान राम की पूजा-अर्चना के बाद उनके भक्त हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना की गई। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के वरिष्ठ अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, अध्यक्ष श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, श्री दूधेश्वर महादेव मंदिर, गाजियाबाद के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज, आनंद पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि महाराज समेत हजारों संत व भक्त मौजूद रहे। सारा आयोजन जूना अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज द्वारा किया। दिल्ली संत महामंडल के महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज ने समारोह का संचालन किया। श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि हनुमान जी का नाम लेने भर से ही असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। जूना अखाड़ा में जब भी कोई शिष्य बनता है तो सबसे पहले हनुमान जी को मत्था टेकता है और उनके चरणों का आशीर्वाद लेता है, उसके बाद ही धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए देश भर में निकलता है क्योंकि बिना हनुमान जी की कृपा के बिना कोई भी कार्य नहीं सिद्ध होता है।

जूना अखाड़ा के मुख्यालय का नाम ही श्री पंचदशनाम जूना अखाडा बडा हनुमानघाट है , जहा प्रचीन हनुमान जी विराजमान है। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि उनका जीवन सनातन धर्म की सेवा व मंदिरो की रक्षा के लिए ही समर्पित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में आज मंदिरों का जीर्णोद्धार हो रहा है, जबकि इससे पाहले की सरकारों में मंदिरों की उपेक्षा होती थी। श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने कहा कि राम भक्त हनुमान जी को संकट मोचन कहा जाता है क्योंकि उनका नाम लेने से ही सभी संकट दूर हो जाते हैं। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि एकमात्र हनुमान जी ही इस समय भी संसार में विराजमान हैं और राम नाम की अखंड ज्योत पूरे संसार में प्रज्जवलित करने के साथ अपने भक्तों की रक्षा कर रहे हैं। माता जानकी ने उन्हें अजर-अमर व अविनाशी होने का वरदान दिया था। हनुमान जी को प्रसन्न करना बहुत ही आसान है। जहां भी सच्चे मन से भगवान राम का नाम लिया जाता है, वहां पर हनुमान जी सदैव विराजमान रहते हैं और अपने भक्तों के सभी दुखों को दूर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। हनुमान जी की साधु-संतों पर विशेष कृपा रहती है। कलियुग में हनुमान जी ही भक्तों की रक्षा करते हैं। जूना अखाडे की परम्परा में जमुना किनारे प्राचीन सिद्धपीठ श्री परमार्थम हनुमान मंदिर विश्व भर मे सनातन धर्म का डंका बजा रहा है।

आनंद पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि महाराज ने कहा कि हनुमान जी से बढकर कोई भक्त इस दुनिया में नहीं है। उनका नाम लेने भर से ही जीवन सफल हो जाता है। समारोह के संचालक महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज ने हनुमान जी का नाम लेने से जीवन में कोई संकट, दुख्,ा व भय नहीं रहता है और जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है। दिल्ली मंदिर प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व विधायक करनैल सिंह ने कहा कि संतों का आदेश उनके लिए सर्वोपरि होगा। जो भी वे सुझाव देंगे, उसका पालन अवश्य होगा। उन्होंने दिल्ली में संस्कृत में बोर्ड लगवाने के लिए संतों से सहयोग की अपील भी की। दिल्ली संत महामंडल के संस्थापक महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद महाराज, अचलनाथ मंदिर के महंत मुनिश्वर गिरि महाराज, महामंडलेश्वर महंत दीनबंधु दास महाराज, श्रीमहंत ओमप्रकाश गिरि महाराज, सचिव श्रीमहंत ओम भारती महाराज, श्रीमहंत शिवानंद सरस्वती महाराज, स्वामी राजेश्वरानंद महाराज, दिल्ली संत महामंडल के कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज, श्री श्री 1008 सेनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि महाराज, जोधपुर, दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष कपिल खन्ना, सनातन गिरि महाराज, महामंडलेश्वर विद्या गिरि महाराज, महंत गिरिशानंद गिरि महाराज, मुख्य यजमान कपिल त्यागी, पूनम त्यागी, पूर्व विधायक धीरज टोकस, प्रमिला टोकस, यजमान आशीष दीक्षित, विनोद कुमार, जतिन गर्ग, मनोज सिंह, ममता शर्मा, लोकेश शर्मा, अमित गोयल, लोकेश कुमार अग्रवाल, आदि भी मौजूद रहे। महोत्सव के आयोजक जूना अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज ने सभी का धन्यवाद किया।

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