16 अगस्त यानी आज सावन का आखिरी सोमवार है। सावन के सोमवार का महत्व बहुत अधिक होता है। और सभी जानते है 22 अगस्त को सावन का माह समाप्त हो जाएगा। सावन सोमवार के दिन विधि- विधान से भगवान शिव जी की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। धार्मिक मान्यताओं के […]
श्री दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में गर्भगृह के बराबर में ही मंदिर के सिद्ध –संतों की समाधियाँ स्थित हैं. इनमें से अनेक सिद्ध- संतों ने जीवित समाधि ली हुई है | इन समाधियों की नित्य पूजा-अर्चना करने से अनेकों चमत्कार होते रहते है. आज भी भगवान् दूधेश्वर को भोग लगाने के पश्चात बाबा इलायची गिरी […]
मंदिर परिसर में पीपल के प्राचीन विशाल वृक्ष के निकट नवग्रह मंदिर स्थापित है | नवग्रह की प्रतिमाओं के साथ ही प्रथम पूज्य विघ्नहर्ता श्री गणेशजी की भव्य प्रतिमा भी है | अखण्ड दिव्य ज्योति के प्रकाश से मंदिर सदैव आलोकित रहता है | ग्रह शान्ति के लिये भक्तगण यहाँ निरन्तर पूजा-अर्चना करते है | […]
श्री दूधेश्वर महादेव मठ मंदिर की गुरु परम्परा की साक्षी सिद्ध धूनागद्धी यहाँ का मुख्य आकर्षण है | यह गुरु स्थान अत्यन्त पवित्र सिद्ध और मन की कामनाओ को पूरा करने वाला है | इस गद्दी पर विराजमान मठ के सभी १६ महंतों ने जनकल्याण के कार्य कर गुरु ध्वजा फ़हराई | यहाँ जूना अखाड़ा […]
श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर के अति प्राचीन व पावन परिसर में स्थापित ठाकुरद्वारा प्राचीन दिव्य प्रतिमाओं के लिए दिव्यलोक से आलोकित है। श्री ठाकुरद्वारा की विशाल हॉल में आज भी स्थापित है। पवित्र मठ मंदिर में स्थापित ठाकुरद्वारा के विशाल हाल में श्री लक्ष्मी गणेश जी, माँ अन्नपूर्णा, माँ बगुलामुखी आदि शंकराचार्य, भगवान परशुराम, […]
द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अतिरिक्त अनेक ऐसे हिरण्यगर्भ शिवलिंग हैं, जिनका बड़ा अदभुत महातम्य है। इनमें से अनेक बड़े चमत्कारी और मनोकामना को पूर्ण करने वाले हैं तथा सिद्धपीठों में स्थापित हैं। ऐसे ही सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर के अतिपावन प्रांगण में स्थापित हैं। स्वयंभू हिरण्यगर्भ दूधेश्वर शिवलिंग। यूँ तो मंदिर प्रांगण हमेशा […]